टाइम टेबल Time Table यानि कि किसी भी कार्य को करने के समय का लेखा जोखा। सीधे शब्दों में कहा जाय तो अपने उपलब्ध समय को आप किस काम में कितनी देर तक कब से कब तक व्यतीत कर रहे हैं।
अब अगर इसे एक कागज पर नोट कर दिया जाए और आप आगे आने वाले दिनों में इसके अनुसार ही अपना काम करके समय उपयोग करते हैं तो बस यही टाइम टेबल है। (Time Table Kaise Banaye, Study Time Table kaise banaye hindi me, student time table, padhai ke liye time table). स्टडी टाइम टेबल आपके अध्ययन के समय को नियंत्रित करने में मदद करने का एक सुविधाजनक, आसान तरीका है।
यह आपको एक रास्ता देगा कि आप क्या करना चाहते हैं और आपके पास एक नज़र में कितना समय है। यदि आप व्यवस्थित रहना चाहते हैं और प्रेरित महसूस करना चाहते हैं, तो अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन करने में आपकी मदद करने के लिए व्यक्तिगत अध्ययन कार्यक्रम बनाने का प्रयास करें।
Study Time Table बनाने की शुरुआत कैसे करें?
इस लिस्ट में उठने के बाद हर एक काम जैसे की फ्रेश होना, नाश्ता करना, स्कूल, कोचिंग, में बिताए गए समय के साथ आने जाने का समय, फिर नाश्त/खाना, खेलना, पढ़ना, मनोरंजन (टीवी, मोबाईल) आदि के साथ रात को कब से कब तक सोते हैं वो भी नोट करना जरूरी है।
इस लिस्ट में पढ़ने के कितने घंटे हैं?
टाइम टेबल में पढ़ने के घंटे कैसे बढ़ाये ?
टाइम टेबल में क्या क्या जरूर होना चाहिए?
टाइम टेबल के अनुसार पढ़ने के घंटों में विषयों (subjects) को कैसे पढ़े?
- जो सब्जेक्ट (विषय) गणितीय हो, पढ़ने बैठने के शुरुआत में उसे पढ़े और अन्य विषयों की तुलना में इसे ज्यादा समय दें।
- सभी विषयों को एक ही दिन में पढ़ने की कोशिश न करें। एक दिन में (6 घंटे) 2 या ज्यादा से ज्यादा 3 विषय को ही पढ़े।
- विषयों के पाठ्यक्रम को ध्यान में रखकर उनके लिए समय को कम -ज्यादा निर्धारित करें। मतलब जिनका पाठ्यक्रम (syllabus) ज्यादा है उनके लिए ज्यादा समय।
- जो विषय आपको आसान लगे उसे सोने से पहले पढ़े इससे नींद अच्छी आएगी।
टाइम टेबल को कैसे अपनायें (फॉलो करें)?
- सबसे पहले अपने पढ़ने के स्थान को एकांत में करें जहाँ पर आप किसी अवांछित आवाज या आवागमन से डिस्टर्ब न हों।
- पढ़ने वाली जगह पर लाइट की व्यवस्था सही तरह से हो। मतलब लाइट न तो बहुत ज्यादा हो न ही बहुत कम। अन्यथा आँखों में थकावट जल्दी होगी साथ ही आंखे खराब भी जल्दी होंगी।
- टीवी के सामने, गाना बजाकर, मोबाईल पास रखकर पढ़ने से बचें। मोबाईल का उपयोग पढ़ने के समय सिर्फ पढ़ने के लिए करें।
- विषय बदलते रहिए। मतलब कठिन विषय के बाद सरल विषय और फिर कठिन।
- पढ़ने के समय के बाद आपके मनोरंजन का समय अगर आ गया है तो उसे भी करें।
- अगर पढ़ते हुए जल्द ही आप बोर (ऊबना) हो जाते हैं तो फिर लिखकर पढ़ने की या लिखते हुए पढ़ने की आदत डालें। इससे टॉपिक जल्दी समझ आएगा और समय का पता ही नहीं चलेगा।
- 1 घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक (गैप) अवश्य लें। इससे शारीरिक और मानसिक थकावट दूर होगी और आप फ्रेश महसूस करेंगे।
- उपर्युक्त बिन्दुयों को नियमित रूप से पालन करें।
- नकारात्मक मत सोचें। आपने आप पर भरोसा रखें। संयम से काम लें।
1 thought on “पढ़ने के लिए study Time Table kaise banaye| जानिए 6 ध्यान देने योग्य बातें।”