ईमेल Email क्या है किसने शुरू किया
(What is email in hindi)
आज के डिजिटल समय में शायद ही ऐसा कोई काम हो जहाँ संदेश भेजने के लिए ईमेल E-mail / Electronic mail का इस्तेमाल न किया जा रहा हो। शिक्षा से लेकर सुरक्षा और बैंकिंग से लेकर नौकरी पेशा आदि प्रत्येक क्षेत्र मे ईमेल का व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है ।
लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा की आखिर ईमेल क्या है ? ईमेल का फुल फॉर्म क्या है (Email full form) ईमेल सबसे पहली बार कब प्रयोग किया गया , ईमेल टेक्नोलॉजी किसने बनाई आदि ।
आज के इस हालचाल लेख मे हम ईमेल के बारे ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे मे जानेगें ।
इस लेख में आप ईमेल के इतिहास के बारे में हिंदी में जानेंगे।
What is Email – ईमेल क्या है
Email एक शॉर्ट फॉर्म है इसका फूल फॉर्म इलेक्ट्रॉनिक मेल है ।
Email कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के रूप में एक डिजिटल technology है जिसके द्वारा हम किसी भी डिजिटल सूचना या डॉक्यूमेंट को एक user से दूसरे user(s) तक कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और इंटरनेट की सहायता से भेज सकते हैं।
इसको और अच्छे से समझने के लिए हम पहले के समय में प्रयोग की जाने वाली डाक प्रणाली से समझ सकते हैं
पहले के समय मे जिस प्रकार हम चिट्ठी भेजकर (पोस्टल सिस्टम ) सूचनाओं का आदान प्रदान करते थे आज के समय में वही ईमेल है। दोनों में बस सुचना भेजने में लगने वाले समय में अंतर् है |
पत्र सिस्टम में जहाँ सूचना को अपने गंतव्य तक पहुंचने में 3-4 दिन या फिर कुछ स्थितियों में एक सप्ताह से भी ज्यादा समय लगता था वही ईमेल से सूचनाएं पलक झपकते पहुंच जाती हैं या कुछ मामलों में कुछ सेकंड भर का समय लग सकता है |
Email सिस्टम में सुचना के आदान प्रदान के लिए कम से कम दो उपयोगकर्ता होने चाहिए जोकि आपस में इंटरनेट की सहायता से जुड़े होते हैं । जो उपयोगकर्ता सुचना भेजता है उसे सेन्डर (प्रेषक) तथा जो सुचना को प्राप्त करता है उसे रेसिपिएंट (प्राप्तकर्ता) कहते हैं।
WHY EMAIL Technology WAS created?
ईमेल को क्यों बनाया गया था?
आप लोगों में से बहुत लोगों के मन में ये ख्याल आया होगा की आखिर ईमेल जैसी टेक्नोलॉजी को बनाने की क्या जरूरत पड़ी।
जैसा की हम लोग जानते हैं कि आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है तो ईमेल के आविष्कार में भी आवश्यकता का ही रोल था।
अमेरिका के न्यू जर्सी में एक डेंटल मेडिकल यूनिवर्सिटी थी। जहाँ पर सब जगहों की तरह ऑफिस के आंतरिक संवाद (कम्युनिकेशन) के लिए प्रिंट पेपर या फिर लिखित पेपर का उपयोग किया जाता था। इस तरह के सूचनाओं के आदान प्रदान में काफी समस्या उत्पन्न होती थी जिसे दूर करने के लिए कंप्यूटर बेस्ड डिजिटल सिस्टम शुरू करने के लिए विचार किया गया।
यही से पहली बार ईमेल जैसी सेवा को विकसित करने पर काम किया गया।
WHEN FIRST TIME EMAIL STARTED
पहली बार ईमेल कब शुरू हुआ था
न्यू जर्सी में एक डेंटल मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा ईमेल बनाने के लिए Shiva Ayyadurai (शिवा अय्यादुरई) को कहा गया।
1978 में डेंटल यूनिवर्सिटी द्वारा ईमेल सिस्टम बनाने का काम Shiva Ayyadurai (शिवा अय्यादुरई ) को सौंपा गया
Shiva Ayyadurai (शिवा अय्यादुरई ) एक भारतीय अमेरिकी हैं जोकि उस समय सिर्फ 14 वर्ष के थे। उन्होंने ने ही सबसे पहले ईमेल के लिए कंप्यूटर सॉफ्टवेयर बनाया।
What is Basic requirement to use Email
ईमेल प्रयोग करने के लिए क्या क्या होना जरूरी है
चूँकि ईमेल सिस्टम एक कंप्यूटर प्रोग्राम है इसलिए ईमेल प्रयोग करने के लिए कुछ चीजें होनी जरूरी है
जैसे कि —-
Email अकाउंट क्या है
ईमेल अकाउंट आपका इंटरनेट एड्रेस है जहाँ से आप मैसेज या डॉक्यूमेंट को भेज सकते है तथा जहाँ पर आप मैसेज या डॉक्यूमेंट प्राप्त कर सकते हैं।
इस इंटरनेट एड्रेस को ही email एड्रेस या email-id भी कहते है। ये email-id एक पासवर्ड द्वारा लॉक होती है जिसे सिर्फ वो ही यूजर use कर सकता है जिसकी email Id है।
Email बनाने के लिए ईमेल सर्विस प्रोवाइडर होते हैं। जहाँ पर हम अपना ईमेल अकाउंट फ्री में बना सकते हैं।
मुख्य ईमेल सर्विस प्रोवाइडर नीचे दिए गए हैं
Email अकाउंट कैसे बनाएं How to make Email Id
जब आप किसी भी ईमेल सर्विस प्रोवाइडर की वेबसाईट पर जाते हैं तो वहा आपको Sign up या फिर Create an account के ऑप्शन मिलेंगे।
Sign up या Create an account पर क्लिक करके कुछ बेसिक डीटेल जैसे की नाम, जन्मतिथि मोबाईल नंबर और user id तथा एक पासवर्ड चुनकर अपना ईमेल बना सकते है
Email कहाँ कहाँ प्रयोग होता है —
आज के समय में कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहाँ पर कम्युनिकेशन के लिए ईमेल का प्रयोग न हो।
जैसे कि —-
ईमेल प्रयोग करने के फायदे –
ईमेल प्रयोग करने के कई फायदे हैं।
उनमे से कुछ निम्न हैं —-
आप उपर्युक्त लेख को नीचे दिए गए वीडियो लिंक या आइकॉन पर क्लिक करके विडिओ देखकर भी समझ सकते हैं।
आशा करते हैं कि ईमेल के बारे में दी गयी उपर्युक्त जानकारी से आपके ज्ञान में वृद्धि होगी और ये ज्ञान आपको आगे बढ़ने में जरूर सहायता करेगा।
वैसे इस लेख को लिखने में पूरी सावधानी वरती गयी है फिर भी किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए आप सुझाव दे सकते हैं।
अगले लेख में फिर मिलेंगे और किसी अन्य जानकारी को आपसे साझा करेंगे।
धन्यवाद।
very nice, i didn’t know this before